मौसम लेके आया है बारिश,
बूंदो को है तेरी यादों में रंगना!
मन में खिल उठी है ख्वाइश,
मुझे है यू तेरी बाहों में भिगना!
इन बादलों को तो है,
सब के लिए बरसना !
लेकीन मेरे इन आँखो को है,
सिर्फ तेरे ही लिए तरसना!
-Trupti Gawali