*यश* (अभंग)
लावुनिया कस/ मिळविता यश//
जग सारे वश/ होई त्याला//१//
जग सारे वश/ होई त्याला//१//
करी धडपड/ यशासाठी ठायी//
लोटांगण पायी/ यश घाली।//२//
लोटांगण पायी/ यश घाली।//२//
यशोन्नतीसाठी/ सोडावा आळस//
गाठावा कळस/ धडाडीने//३//
गाठावा कळस/ धडाडीने//३//
उत्तुंगसे यश/ मिळवू आपण
करुनी जतन/ माणुसकी//४//
करुनी जतन/ माणुसकी//४//
यशाचा रे झेंडा/ फडकण्यासाठी//
घ्यावी हाती काठी/ प्रयत्नांची//५//
घ्यावी हाती काठी/ प्रयत्नांची//५//
अपयश सदा/ घेतेच माघार//
होऊन लाचार/ यशापुढे//६//
होऊन लाचार/ यशापुढे//६//
शिक्षणाचं लेणं/ संस्कार शिदोरी//
घेऊनिया उरी/ गाठा यश//७//
--------------------------------
सौ. वनिता गणेश शिंदे©®
घेऊनिया उरी/ गाठा यश//७//
--------------------------------
सौ. वनिता गणेश शिंदे©®
Download the app
आता वाचा ईराच्या कथा सोप्या पद्धतीने, आजच ईरा app इंस्टॉल करा