तारीफ

Tarif


इतनी ना कर तारीफ मेरी
के होश ना संभल पाउ ..
तू छा जाये न इतना
के खुद्द को भूल जाऊ ..

तारीफ के फूल तो ज्यादाहि
महकते है..
सुना है लोगोंसे कुछ जल्दही
सुख भी जाते है..

©पूनम पिंगळे