देख लिए दुनिया के सभी हसीन नजारें,
जब से मिली है तेरी आँखो से आँखे !
फिकी पड गयी है मेहफील सुरों की,
जब से सुनी है रफ्तार तेरी धडकनों की !
हटा दिए है बागों से फुल गुलाब के,
जब से मिली है खुशबू तेरी मौजूदगी की !
मिठाइयों से भी अब रूसवाई हो गयी,
जब से तेरे प्यार की मिठास है चखी!
- Trupti Gawali