कुछ समय बाद शोभा को होश आया. उसने डाक्टर से कहा " साहब मै यहा केसे मुझे क्या हुआ है." डाक्टर ने कहा " आप को होश आगया, आपके दोस्त आपका इंतजार कर रहे हे." गायत्री को डॉक्टर ने बुलाया और कहा " शोभाजी को होश आ गया." कुछ समय बाद, शोभा ने कहा " गायत्री आलीना नही आई." गायत्री रोने लगी और उससे कहा " आलीना नही...." और आगे कुछ ना कहके रोने लगी. शोभा ने पूछा " अरे तुम्हे मेरी बात सुनाई नही दिया. गायत्री..." गायत्री ने उसे बताया " आलीना ने दुसरा जॉब दुद लिया हे. आई बात समज मै." और गायत्री चली गई. शोभा को कुछ समाज नही आया, उसने आलीना को फोन किया. पर उसे फोन की रिंग सोनई दि.
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